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टैली

                              टैली क्‍या होता है   

    

 👉  टैली ईआरपी 9 एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है, सबसे पहले समझते हैं कि सॉफ्टवेयर क्या होता है सॉफ्टवेयर कंप्यूटर का ऐसा प्रोग्राम होता है जिसको जिस काम के लिए बनाया गया है वो उस काम को कम से कम समय में और बिना गलती के पूरा करता है, अगर आपको दो नंबर को गुणा करना है तो आपको मैन्युअली उसको करने में ज्यादा समय लगेगा और गलती के भी ज्यादा Chances रहेंगे पर अगर आप उसी गुणा को कंप्यूटर में कैलकुलेटर सॉफ्टवेयर की मदद से करते हैं तो आपके समय की भी बचत होती है और गलती भी नहीं होती है

👉  टैली सॉफ्टवेयर को ईआरपी 9 के लिए बनाया गया है, ताकि गलतियों को सुधारा जा सके और कम से कम समय में पूरा काम किया जा सके, अकाउटिंग का हिंदी मतलब लेखांकन होता है और ये शब्द दो शब्दों से मिलकर बना होता है लेखा और अंकन जिसमें लेखा का मतलब लिखने से होता है और अंकन का मतलब अंक से होता है अर्थात लेखांकन का मतलब अंको को लिखने से होता है

👉  किसी भी व्यापार में होने वाले लेन देन को टैली ईआरपी 9 में रिकॉर्ड किया जा सकता है, टैली में अकाउंटिंग का काम करना बहुत ही आसान होता है बस आपको टैली में लेन देन को रिकॉर्ड करना सीखना होता है, देखिए सबसे पहले आप यह समझ लीजिए कि टैली सीखना और अकाउंटेंट बनना दोनों में फर्क होता है, टैली ईआरपी 9 भी उसी कोर्स की तरह होता है जैसे आप दूसरे कोर्स को करते हैं, पर अकाउंटेंट बनने के लिए समय की जरूरत होती है

   GST को टैली में कैसे Check करते हैं

 

🔴 टैली में जीएसटी को देखना बहुत जरूरी होता है सबसे पहले आप यह जान लीजिए कि जीएसटी को 1 जुलाई 2017 को भारत सरकार के द्वारा लाया गया था इससे पहले वैट हुआ करता था, जीएसटी का पूरा नाम Goods and Service Tax होता है जिसमें Goods का मतलब माल से होता है और Service का मतलब सेवा से होता है, अर्थात सरकार के द्वारा किसी भी माल या किसी भी सेवा पर लगाया गया टैक्‍स जीएसटी कहलाता है

🔴  आप मार्केट से कोई भी सामान खरीदते हैं उसमें जीएसटी लगा हुआ होता है उदाहरण के लिए आप ले सकते हैं जैसे आपने दस हजार रूपये का एक मोबाइल फोन खरीदा है तो उसमें पहले से टैक्‍स लगाकर उसकी कीमत दस हजार बना दी जाती है, ये जीएसटी सरकार के खाते में जाता है, अगर जीएसटी न हो तो जिस फोन के आपको दस हजार देने पड़ रहे हैं उसके आपको आठ हजार ही देने होंगे, लेकिन देश की सारी सरकारी सुविधाएं इन्हीं टैक्स पर चलती है, हर एक प्रोडक्ट जो हम खरीदते हैं उसमें टैक्स लगा हुआ होता है और हम रोज सरकार को टैक्स भरते हैं

 ▶ सबसे पहले आप यह समझ लीजिए कि व्यापार कितने प्रकार का होता है, कोई भी व्यापार दो ही तरह का होता है

1 Business of Purchase and Sales of Goods - जिसमें लाभ के लिए किसी भी तरह का माल खरीदा या बेचा जाता है उदाहरण के लिए आप ले सकते हैं जैसे इलेक्ट्रॉनिक की कोई दुकान है उसमें एसी, टीवी, इत्यादि को सामान को खरीदा या बेचा जाता है


2 Business for Service Providing - जिसमें लाभ कमाने के लिए किसी भी सेवा का आदान प्रदान होता है जैसे मोबाइल रिचार्ज, टेलीफोन रिचार्ज, इंटरनेट रिचार्ज, आइटम रिपेयरिंग, होटल सर्विसेज इत्यादि ये सभी इस कैटेगरी में आते हैं इसमें किसी भी माल को न तो खरीदा जाता है और न ही बेचा जाता है


सरकार के मुताबिक जिनके माल का एक साल का टर्नओवर 40 लाख रूपये से ज्यादा है उनको जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होता है और जो एक साल में बीस लाख से ज्यादा की सर्विस देते हैं उनको भी GST Registration कराना जरूरी होता है, इसलिए जीएसटी भरने वाली फर्म को एक अकाउटिंग की जरूरत होती है

🏮 अगर आपको GST Registration कराना है तो उनको नीचे दिए गए डॉक्‍यूमेंट के साथ GST.Gov.In पर रजिस्‍ट्रेशन फाॅर्म भरना पडता है

  1. आधार कार्ड

  2. पेन कार्ड

  3. पासपोर्ट साइज फोटो

  4. बैंक की पासबुक की कॉपी

  5. मोबाइल नंबर

  6. पते का प्रूफ

  7. किराये का एग्रीमेंट

  8. फर्म का नाम

ये डॉक्‍यूमेंट GST Registration में देने पड़ते हैं जरूरत के मुताबिक एक या दो डॉक्यूमेंट की जरूरत और पड़ सकती है, इसमें अप्लाई करने के बाद तीन से पांच तीन दिन में एक नंबर मिलता है जिसे GST नंबर कहा जाता है, GST नंबर का पूरा नाम GST Identification नंबर होता है और ये नंबर 15 अंकों का होता है, जिसमें पहले दो अंक राज्‍य के कोड होते हैं, और अगले दस अंक एप्लीकेंट के पैन कार्ड के नंबर होते हैं, अगला एक नंबर पैन कार्ड में से दिए गए नंबर में से होता है, उससे अगला डिजिट बाय डिफॉल्‍ट Z होता है और आखिर का नंबर कुछ भी हो सकता है तो ये GST नंबर होता है जो GST में अप्लाई करने के बाद में दिया जाता है



 

Difference Between Tally Erp9 and Tally Prime

आप लोगों को टैली प्राइम और टैली ईआरपी 9 में बहुत ज्‍यादा Confusion होता है ज्‍यादातर लोगों को यह समस्‍या होती है कि उन्‍होंने टैली ईआरपी में जो कोर्स किया है क्‍या उनका वो कोर्स टैली प्राइम के अंदर भी Valid होगा या नहीं, ये बताने से पहले मैं आपको ये बता दूं कि टैली प्राइम टैली का कौन सा रिलीज है


ये जानने से पहले आपको ये जानना जरूरी है कि इससे पहले टैली ने जो रिलीज निकाले हैं वो कौन कौन से हैं

  1. टैली 3.0 -1990

  2. टैली 3.12 - 1991

  3. टैली 4 -1992

  4. टैली 4.5- 1994

  5. टैली 5.4 -1996

  6. टैली 6.3 -2001

  7. टैली 7.2 -2005

  8. टैली 8.1 -2006

  9. टैली 9 -2006

इसके बाद टैली सॉल्‍यूशन की तरफ से टैली ईआरपी 9 को रिलीज किया गया था जिसके अंदर उन्‍होंने बाकि सारी उन कमी को दूर किया जो टैली के पुराने वर्जन के अंदर थी इसे सन् 2009 में लॉन्‍च किया गया था इसके बाद उन्‍होंने टैली के वर्जन को न बदलकर इसी में बदलाव करते गए इसका सबसे पहला वर्जन 1.1 दिया था और वर्तमान में जो वर्जन चल रहा है उसका नाम टैली प्राइम है

 

 

 

 

होनहार विद्यार्थी