नेटवर्क आपस में एक दूसरे से जुड़े कंप्यूटरों का समूह है जो एक दूसरे से
संचार स्थापित करने तथा सूचनाओं,
संसाधनों को साझा इस्तेमाल करने में सक्षम होते हैं । किसी भी नेटवर्क को
स्थापित करने के लिए प्रेषक, प्राप्तकर्ता,
माध्यम तथा प्रोटोकॉल की आवश्यकता होती है ।
कम्प्यूटर के साधनों में भागीदारी करने के उद्देश्य से बहुत-से
कंप्यूटरों का आपस में जुड़ना कम्प्यूटर नेटवर्किंग कहलाता है ।
कम्प्यूटर नेटवर्किंग की मदद से उपभोक्ता उपकरणों, प्रोग्रामों, संदेशों
और सूचनाओं को एक ही जगह पर रहकर उनके साथ भागीदारी कर सकते हैं ।
नेटवर्क स्थापित करने के लिए मुख्य उपकरण निम्नलिखित है :
रिपीटर्स (Repeaters)
हब (Hub)
स्विच (Switches)
राउटर्स (Routers)
गेटवे (Gateways)
नेटवर्क के निम्नलिखित प्रकार हैं :
यह एक कम्प्यूटर नेटवर्क है, जिसके अन्दर छोटे भौगोलिक क्षेत्र जैसे -
घर, ऑफिस, भवनों का एक छोटा समूह या हवाई
अड्डा आदि में कम्प्यूटर नेटवर्क है । वर्तमान लैन ईथरनेट तकनीकी पर
आधारित है । इस नेटवर्क का आकर छोटा, लेकिन डेटा संचारण की गति तीव्र होती
है ।
इस नेटवर्क में कम्प्यूटर आपस में लीज्ड लाइन या स्विचड सर्किट के
द्वारा जुड़े रहते हैं । यह नेटवर्क व्यापक भौगोलिक क्षेत्र देश,
महादेश में फैला नेटवर्क का जाल है । इन्टरनेट इसका अच्छा उदाहरण है ।
भारत में CMC द्वारा विकसित इंडोनेट वैन का उदाहरण है ।
बैंकों द्वारा प्रदत्त ATM सुविधा वाइड एरिया नेटवर्क का उदाहरण है ।
MAN दो या दो से अधिक लोकल एरिया नेटवर्क को जोड़ता है ।
यह शहर की सीमाओं के भीतर
स्थित कंप्यूटरों का नेटवर्क है ।
राउटर्स, स्विच और हब्स मिलकर एक MAN का निर्माण करते हैं
लोकल एरिया नेटवर्क (Local Area Network-LAN) :-
वाइड एरिया नेटवर्क (Wide Area Network-WAN) :-
मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क (Metropolitan Area Network-MAN)